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IPL ने विदेशी प्लेयर्स के पर कतरे:बिकने के बाद नहीं खेले तो 2 साल का बैन; ₹18 करोड़ से ज्यादा कमा भी नहीं पाएंगे

BCCI ने शनिवार को IPL की नई रिटेंशन पॉलिसी लागू कर दी। पॉलिसी के नियमों में विदेशी प्लेयर्स को नुकसान पहुंचता नजर आ रहा है। इसके तहत सभी विदेशी प्लेयर्स को मेगा ऑक्शन में रजिस्ट्रेशन कराना ही होगा। अगर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया तो उन्हें बाद में होने वाले मिनी ऑक्शन में एंट्री नहीं मिलेगी।

वहीं, किसी खिलाड़ी ने अगर ऑक्शन में बिकने के बाद टूर्नामेंट से नाम वापस लिया तो उन्हें अगले 2 सीजन के लिए बैन कर दिया जाएगा। साथ ही विदेशी प्लेयर्स अब एक सीजन में 18 करोड़ रुपए से ज्यादा कमा भी नहीं पाएंगे। पिछले मिनी ऑक्शन में ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क 24.75 करोड़ और पैट कमिंस 20.50 करोड़ रुपए में बिके थे।

स्टोरी में 6 सवालों के जवाब जानेंगे

1. क्या है IPL का रिटेंशन रूल? 2. राइट टु मैच कार्ड में क्या बदलाव हुआ? 3. प्लेयर रिटेन करने पर कितना खर्च होगा? 4. विदेशी प्लेयर्स के लिए नए नियम क्या हैं? 5. विदेशी प्लेयर्स को नुकसान कैसे हुआ? 6. अनकैप्ड प्लेयर्स के लिए क्या नियम है?

1. IPL का नया रिटेंशन रूल IPL मेगा ऑक्शन से पहले अब फ्रेंचाइजी टीमें 6 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं। जिनमें ज्यादा से ज्यादा 5 इंटरनेशनल और 2 अनकैप्ड प्लेयर शामिल हो सकते हैं। इंटरनेशनल प्लेयर किसी भी देश का हो सकता है, लेकिन अनकैप्ड खिलाड़ी भारत का ही होना चाहिए।

मान लीजिए, मुंबई इंडियंस ने 5 इंटरनेशनल खिलाड़ी रिटेन किए तो टीम अब किसी अनकैप्ड प्लेयर को ही छठे खिलाड़ी के रूप में रिटेन कर सकेगी। वहीं टीम ने अगर 4 इंटरनेशनल प्लेयर रिटेन किए तो उनके पास 2 अनकैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन करने का ऑप्शन रहेगा।

2. राइट टु मैच कार्ड में क्या बदलाव हुआ? ऑक्शन में राइट टु मैच यानी RTM कार्ड की भी वापसी हुई है। टीमें चाहें तो 6 खिलाड़ी ऑक्शन से पहले रिटेन कर लें या फिर टीमें ऑक्शन में 6 RTM कार्ड का इस्तेमाल कर लें। टीमों ने अगर 3 खिलाड़ी रिटेन किए तो उनके पास ऑक्शन में 3 RTM कार्ड ही बचेंगे। इसी तरह अगर 4 प्लेयर रिटेन किए तो ऑक्शन में 2 RTM कार्ड बचेंगे।

राइट टु मैच कार्ड टीमों को ऑक्शन में मिलता है। मान लीजिए, चेन्नई सुपर किंग्स ने 5 प्लेयर रिटेन किए और उनके पास एक RTM कार्ड बचा है। टीम मोईन अली को रिटेन नहीं कर सकी। अब अगर ऑक्शन में हैदराबाद ने मोईन को 6 करोड़ रुपए देकर खरीदा तो चेन्नई अपने RTM कार्ड का इस्तेमाल कर मोईन को अपनी टीम में ही रख सकती है।

RTM में इस बार एक नया नियम जोड़ा गया, बोली लगाने वाली टीमों के पास खिलाड़ी की कीमत बढ़ाने का मौका रहेगा। जैसे हैदराबाद ने मोईन पर 6 करोड़ की बोली लगाई और CSK ने RTM कार्ड यूज किया, तो हैदराबाद उस कीमत को बढ़ा कर 9 या 10 करोड़ रुपए तक भी कर सकती है। अब अगर CSK ने RTM कार्ड यूज किया तो उन्हें बढ़ी हुई कीमत में मोईन को खरीदना होगा। वहीं CSK ने RTM कार्ड यूज नहीं किया तो मोईन बढ़ी हुई कीमत में हैदराबाद के हो जाएंगे।

2018 के मेगा ऑक्शन में बेंगलुरु ने राइट टु मैच कार्ड से युजवेंद्र चहल को खरीदा था।

3. 79 करोड़ में रिटेन कर सकेंगे 6 खिलाड़ी IPL टीमों की पर्स लिमिट भी अब बढ़ाकर 120 करोड़ रुपए कर दी गई है, पहले यह 100 करोड़ थी। पहले खिलाड़ी को रिटेन करने पर 18 करोड़, दूसरे खिलाड़ी पर 14 करोड़ और तीसरे खिलाड़ी पर 11 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अगर 3 ही खिलाड़ी रिटेन किए तो पर्स से 43 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

टीमें अगर चौथे खिलाड़ी को रिटेन करती हैं तो उन्हें उसे 18 करोड़ रुपए ही देने होंगे। वहीं पांचवें प्लेयर के लिए 14 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे। अनकैप्ड प्लेयर को रिटेन करने के लिए 4-4 करोड़ रुपए ही लगेंगे। प्लेयर रिटेंशन बताने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर 2024 शाम 5 बजे तक है।

टीमों ने अगर 5 इंटरनेशनल और एक अनकैप्ड खिलाड़ी रिटेन किया तो उनके पर्स से 79 करोड़ रुपए खर्च हो जाएंगे। वहीं टीमों ने 4 इंटरनेशनल और 2 अनकैप्ड प्लेयर रिटेन किए तो पर्स से 69 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं 5 इंटरनेशनल प्लेयर ही रिटेन किए तो पर्स से 75 करोड़ रुपए खर्च हो जाएंगे।

4. विदेशी प्लेयर्स के लिए सख्त हुए नियम विदेशी खिलाड़ियों को अब IPL में हिस्सा लेने के लिए मेगा ऑक्शन में रजिस्ट्रेशन कराना ही होगा। रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर उन्हें अगले मिनी ऑक्शन में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा। कोई विदेशी प्लेयर अगर ऑक्शन में बिकने के बाद टूर्नामेंट से हट जाता है तो उन्हें अगले 2 सीजन के लिए बैन कर दिया जाएगा। यानी वह अगले 2 ऑक्शन में भी हिस्सा नहीं ले सकेंगे। हालांकि, खिलाड़ी अगर इंजर्ड है तो उन्हें बैन नहीं किया जाएगा, लेकिन इसके लिए उन्हें अपने नेशनल बोर्ड की परमिशन लेनी होगी।

5. विदेशियों को ₹18 करोड़ से ज्यादा नहीं मिलेंगे IPL में पहली बार विदेशी प्लेयर्स को मिलने वाली रकम पर भी नियम आ गया। मिनी ऑक्शन में विदेशी खिलाड़ियों को सबसे बड़ी रिटेंशन वैल्यू 18 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम नहीं मिलेगी। या फिर मेगा ऑक्शन में अगर सबसे महंगा भारतीय खिलाड़ी 16 करोड़ रुपए में बिका तो विदेशी प्लेयर्स को मिनी ऑक्शन में 16 करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे।

मान लीजिए, मुंबई इंडियंस ने सूर्यकुमार यादव को रिटेंशन की सबसे बड़ी कीमत 18 करोड़ रुपए में रिटेन किया। अब अगर मेगा ऑक्शन में रिंकू सिंह सबसे महंगे रहे, लेकिन उनकी कीमत 15 करोड़ रुपए ही रही। तो अगले मिनी ऑक्शन में विदेशी प्लेयर को 15 करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे।

वहीं, अगर रिंकू सिंह को मेगा ऑक्शन में 20 करोड़ रुपए में खरीदा गया तो अगले मिनी ऑक्शन में विदेशी प्लेयर को सूर्या की कीमत 18 करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे। यहां विदेशी प्लेयर्स को वही रकम मिलेगी जो रिटेंशन और मेगा ऑक्शन की सबसे बड़ी कीमत में सबसे कम हो।

हालांकि, टीमें विदेशी प्लेयर्स को 20, 25 या 30 करोड़ रुपए की बोली लगाकर भी खरीद सकती हैं। उनके पर्स से उतना ही अमाउंट कटेगा, जितने की उन्होंने बोली लगाई, लेकिन खिलाड़ी को 15 या 18 करोड़ रुपए ही मिलेंगे। बाकी रकम BCCI के पास जाएगी, जो बोर्ड अपने खिलाड़ियों पर खर्च करेगा।

6. अनकैप्ड प्लेयर रूल से धोनी 4 करोड़ में खेल सकेंगे IPL में अनकैप्ड प्लेयर रूल की भी वापसी हुई। यह नियम 2008 से 2021 तक रहा, लेकिन किसी ने भी इसका इस्तेमाल नहीं किया। अब इसकी वापसी हो रही है। इसके तहत जिस भी भारतीय खिलाड़ी ने 5 साल पहले आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला होगा, टीमें उसे अनकैप्ड प्लेयर के रूप में रिटेन कर सकेंगी।

जैसे, चेन्नई सुपर किंग्स को 5 IPL खिताब जिताने वाले पूर्व कप्तान एमएस धोनी। उन्होंने भारत के लिए आखिरी मैच 2019 में खेला था, जिसे 5 साल बीत चुके हैं। इसलिए CSK उन्हें 4 करोड़ रुपए में ही अनकैप्ड प्लेयर के रूप में रिटेन कर सकती है।

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