8 अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम आएंगे। इसके पहले दोनो ही राज्यों के एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए हैं। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में किसको कितनी सीटें मिल सकती हैं? आइये जानते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े क्या कहते हैं?
चुनावी नतीजों से पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल सामने आ गए हैं। हरियाणा में इस बार बड़े उलटफेर के आसार हैं। जम्मू-कश्मीर में त्रिशंकु सरकार बन सकती है। एग्जिट पोल पोल के मुताबिक, हरियाणा में बीजेपी सत्ता से बाहर होगी। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार प्रंचड बहुमत से बनती दिख रही है।
हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधान सभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे, लेकिन वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल ने बीजेपी की धड़कने बढ़ा दी है। दोनों ही राज्यों में बीजेपी सत्ता से दूर दिख रही है।
रविवार को जो एग्जिट पोल सामने आए हैं। उन आकंड़ों के अनुसार, हरियाणा में कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाते दिख रही है। जम्मू-कश्मीर में इंडिया गठबंधन मजबूत दिख रहा है।
एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में कांग्रेस को 59 सीटें और बीजेपी को 23 सीटें मिल सकती हैं।
एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकती है। इसके साथ ही 10 साल बाद हरियाणा में बीजेपी की सत्ता से विदाई हो सकती है।
एग्जिट पोल में हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में बीजेपी 23, कांग्रेस 59, INLD- 2 और अन्य उम्मीदवारों को 6 सीटों पर जीत मिल सकती है।
हरियाणा में एग्जिट पोल बीजेपी के नंबर कम जरूर दिखा रहे हैं, लेकिन सीएम नायब सिंह सैनी दावा कर रहे हैं कि 8 अक्टूबर को तीसरी बार हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।
वहीं, दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर में भी बीजेपी को निराशा ही हाथ लगती दिख रही है। यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को बढ़त मिलने की संभावना भी जताई गई है।
एग्जिट पोल में जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस+NC गठबंधन 40 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है। वहीं, बीजेपी 29 और पीडीपी समेत अन्य पर्टियां 21 सीटों पर जीत दर्ज कर सकते हैं।
एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं है। कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) अलायंस को 35 से 45 सीटें और बीजेपी को 24 से 34 सीटों का अनुमान है।
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में अन्य को 16-26 सीटें मिल सकती हैं। जम्मू-कश्मीर में 5 पांच विधायकों के मनोनयन के बाद 95 सीटों वाले विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 48 सीटों का होगा।